X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
तालिबान के समर्थन में कितना गिड़गिड़ाएंगे इमरान खान ?
एक तरफ जब आए दिन अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) के कहर की खबरें सामने आ रही हों, तब पाकिस्तानी पीएम इमरान खान (Imran Khan) आतंकियों से भरी हुई तालिबानी सरकार (Taliban Government) के लिए बैटिंग करते दिख रहे हैं.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
प्रभाष कुमार दत्ता
@PrabhashKDutta
अल कायदा ने ली है तालिबान से वफादारी निभाने की 'कसम', पाकिस्तान की चिंता बढ़ने वाली है
यह पाकिस्तान के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है. क्योंकि, अल कायदा एकमात्र आतंकवादी समूह नहीं है, जिसने तालिबान के प्रति निष्ठा रखने का वादा करने वाली 'बयाह' शपथ ली है. अफगानी तालिबान से अलग कहे जाने वाले तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने भी मुल्ला उमर के आतंकी संगठन के लिए यही शपथ ली है.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
विजय मनोहर तिवारी
@vijay.m.tiwari
9/11 Attack: आग के गोले में उभरी शैतान की शक्ल पहचानिए...
9/11 attack 20th anniversary: वह न्यूयार्क था, जहां वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की इमारतों को पलक झपकते ही ढहा दिया गया. अगर कहानी पहले की तरह आक्रमण और कब्जे तक दोहराई गई होती तो न्यूयार्क का ऐसा कोई नया नाम होता-नूरगंज, नूराबाद. वाशिंगटन वजीराबाद बन गया होता. लॉस एंजेलिस लियाकतगंज. इन लड़ाकों ने यही किया है, यह किससे छुपा रह गया है.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
तालिबान सरकार के मंत्रियों का आतंक से कनेक्शन
बंदूक के दम पर अफगानिस्तान हांसिल करने वाले तालिबान ने अपनी सरकार की घोषणा कर दी है. कैबिनेट में 33 आतंकी शामिल हैं. पिछले 20 साल इन सभी अमेरिकी ड्रोंंस से बचते हुए अपनी जिंदगी काटी है. इस दौरान वे दुनिया के जघन्यतम अपराधों का हिस्सा बने.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
अफगानिस्तान में आतंकी ही सरकार चलाएंगे, वो हैबतुल्लाह हो या मुल्ला बरादर
1996 से 2001 के बीच में अफगानिस्तान के लोगों ने तालिबानी बर्बरता का जो चेहरा देखा था, उसकी वापसी की दहशत से ही काबुल एयरपोर्ट पर हजारों लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी. अब जब तालिबान की सरपरस्ती में अफगानिस्तान की नई सरकार का गठन होने जा रहा है, तो लोगों की आशंकाएं सच साबित होती जा रही हैं.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
Explainer: पंजशीर की उम्मीद से लेकर खनिजों के खजाने तक! जानिए अफगानिस्तान से जुड़ी हर बात
अफगानी सेना ने तालिबानी आतंकियों के आगे पहले ही सरेंडर कर देने से सत्ता कब्जाने के लिए तालिबान (Afghanistan Taliban) को कोई खास मेहनत नहीं करनी पड़ी है. बर्बरता और क्रूरता का दूसरा नाम कहे जाने वाले तालिबान के डर से अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी समेत कई प्रातों की मिलिशिया के प्रमुख भी देश छोड़कर भाग चुके हैं.
समाज
| 6-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
तालिबान का अफगान महिलाओं के लिए रोंगटे खड़े करने वाला फरमान, बनाई जा रही है एक लिस्ट
तालिबान के कब्जे वाले इलाकों में तालिबान कल्चरल कमीशन ने इमामों और मौलवियों को 15 साल से ज्यादा उम्र की लड़कियों और 45 साल से कम उम्र की विधवा महिलाओं की लिस्ट बनाकर देने का आदेश दिया था. पत्र में कहा गया था कि इन महिलाओं और लड़कियों की शादी तालिबानी लड़ाकों से कराकर उन्हें पाकिस्तान के वजीरिस्तान ले जाया जाएगा.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
जल उठा अफगानिस्तान, शांति बहाली की जगह गृह युद्ध की आग भड़की
अफगानिस्तान को गृह युद्ध की ओर धकेल कर दुनिया की तमाम महाशक्तियों ने बेशर्मी के साथ मुंह मोड़ लिया है. अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी दुनियाभर के देशों से मदद की अपील कर रहे हैं, लेकिन उनकी इस अपील का कोई भी असर होता नही दिख रहा है.
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
भारत में कोरोना की दूसरी लहर अमेरिका से भी खतरनाक, आंकड़े कर देंगे हैरान
अमेरिका में कोरोना वायरस की दूसरी लहर की शुरुआत बीते साल अक्टूबर महीने में हुई थी. अमेरिका में 7 अक्टूबर को 53,017 कोविड-19 संक्रमण के मामले सामने आए थे. यह आंकड़ा धीरे-धीरे बढ़ते हुए 4 नवंबर को एक लाख तक पहुंच गया. रोजाना 50 हजार मामलों से प्रतिदिन एक लाख संक्रमण के आंकड़े तक पहुंचने में अमेरिका को 29 दिन लगे थे.